हौज़ा न्यूज़ एजेंसी की एक रिपोर्ट के अनुसार, कारगिल के प्रसिद्ध धार्मिक विद्वान और प्रमुख शिक्षक, आयतुल्लाह शेख गुलाम हसनैन (अल्लामा शेख अली बरलामू (र) के पुत्र) ने आज दाई अजल को लब्बेक कहा उनकी मृत्यु की खबर ज्ञान और मुत्तक़ी लोगों के साथ-साथ पूरे इस्लामी राष्ट्र के लिए एक बड़ा सदमा है।
मृतक एक प्रतिष्ठित धार्मिक विद्वान, एक प्रमुख शिक्षक, तथा तपस्वी एवं धर्मपरायण व्यक्ति थे। उन्होंने नजफ़ और क़ुम के मदरसों में पढ़ाया और कई छात्रों को शैक्षणिक और धार्मिक प्रशिक्षण प्रदान किया। उनकी अकादमिक अंतर्दृष्टि, दूरदर्शिता और शिक्षण कौशल को अकादमिक जगत में सदैव याद रखा जाएगा। वे न केवल एक व्यावहारिक विद्वान थे, बल्कि धर्म के प्रचार-प्रसार और समाज सुधार में उनकी अमूल्य सेवाएं भी अविस्मरणीय हैं।
अंजुमने इंक़ेलाबे महदी (अ), कारगिल, लद्दाख इस दुखद त्रासदी पर मृतकों के परिवार, छात्रों, प्रेमियों और रिश्तेदारों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करती है। हम अपनी संवेदनाएं, विशेष रूप से बाल्टिस्तान, कारगिल और लद्दाख के विश्वासियों के प्रति व्यक्त करते हैं, जो हमेशा मृतक की विद्वत्तापूर्ण, नैतिक और मिशनरी सेवाओं से लाभान्वित हुए तथा उनसे अगाध प्रेम रखते थे।
उन्होंने यह कहते हुए समापन किया, "हम दुआ करते हैं कि अल्लाह तआला मृतकों को दया के क्षेत्र में उच्च स्थान प्रदान करे, उनके पदों को ऊंचा करे, तथा जो पीछे रह गए हैं उन्हें धैर्य और महान पुरस्कार प्रदान करे।"
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