हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार, यमनी फौज द्वारा ग़ासिब इस्राइली ठिकानों पर मिसाइल हमलों के बाद तेल अवीव और कब्ज़े वाले फ़िलिस्तीनी इलाकों में खतरे के सायरन बजने लगे।
रिपोर्ट में कहा गया है कि मजलूम फिलिस्तीनियों की नस्लकुशी और यमन पर किए गए हमलों के जवाब में यमनी सशस्त्र बलों ने ग़ासिब सियोनी शहरों और सैन्य ठिकानों पर एक बार फिर मिसाइल हमला किया है।
इजरायली मीडिया सूत्रों के अनुसार, इस्राइली सेना ने पुष्टि की है कि यमन से मिसाइल दागे गए हैं और उनके वायु रक्षा प्रणाली ने उन्हें रोकने की कोशिश की।
स्थानीय इस्राइली सूत्रों ने बताया कि तेल अवीव के मध्य इलाकों में लगातार कई धमाकों की आवाज़ें सुनी गईं। जबकि दक्षिणी तेल अवीव के शहर 'बाट याम' में एक व्यक्ति उस समय घायल हुआ जब वह शरण स्थल की ओर जा रहा था।
गौरतलब है कि इस हमले के बाद 'बेन गुरियन एयरपोर्ट' पर सभी उड़ानों की आवाजाही को अस्थायी रूप से रोक दिया गया है।
इस्लामी प्रतिरोध आंदोलन अंसारुल्लाह के नेता नसरुद्दीन आमिर ने इस हमले की पुष्टि करते हुए कहा कि बेन गुरियन एयरपोर्ट सहित कब्जे वाले फ़िलिस्तीन के सभी हवाई अड्डे अब असुरक्षित हैं।
उन्होंने कहा कि ग़ासिब इज़राइल द्वारा ग़ाज़ा पर बढ़ते हमलों के बाद, हमने सभी हवाई अड्डों पर उड़ानों पर प्रतिबंध लगाने का फैसला किया है।
नसरुद्दीन आमिर ने साफ कहा कि अंसारुल्लाह की कार्रवाइयाँ न केवल जारी रहेंगी, बल्कि जब तक इस्राइली हमले और ग़ाज़ा की नाकाबंदी खत्म नहीं होती, तब तक और भी अधिक तीव्र होंगी।
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