हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार, अमेरिका द्वारा यमन की सैन्य क्षमताओं को कमजोर करने की कोशिशों के बावजूद अंसारुल्लाह आंदोलन ने ज़ायोनी दुश्मन पर हमले जारी रखे हैं।
यमनी सशस्त्र बलों के प्रवक्ता याह्या सरीअ ने एक बयान में कहा कि उनकी सेनाओं ने कब्ज़े वाले क्षेत्रों पर हाइपरसोनिक मिसाइल से हमला किया है।बयान के अनुसार, यमनी सेना ने एक विशेष सैन्य अभियान को अंजाम दिया जिसमें दो बैलिस्टिक मिसाइलें दुश्मन के ठिकानों की ओर दागी गईं
पहली मिसाइल, "फिलिस्तीन-2" नामक हाइपरसोनिक मिसाइल थी, जिसने कब्ज़े वाले क्षेत्र के अशदूद इलाके में स्थित सूदत सैन्य अड्डे को निशाना बनाया।दूसरी मिसाइल, "ज़ुल्फ़िकार", ने कब्ज़े वाले याफ़ा क्षेत्र में स्थित बेन गुरियन हवाई अड्डे को लक्ष्य बनाया है।
इसके अलावा, अशक़लान (असकलान) क्षेत्र में स्थित ज़ायोनी शासन के एक महत्वपूर्ण ठिकाने को एक सैन्य ड्रोन के जरिए तबाह किया गया।याह्या सरीअ ने जोर देकर कहा कि यमनी सेना ने फिलिस्तीन-2 और ज़ुल्फ़िकार मिसाइलों और ड्रोन तकनीक की मदद से ज़ायोनी शासन की सैन्य ठिकानों और संरचनाओं पर गंभीर वार किए हैं।
अब तक इस हमले से हुई संभावित क्षति या हताहतों को लेकर ज़ायोनी स्रोतों की ओर से कोई आधिकारिक जानकारी जारी नहीं की गई है।
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