हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार, ब्रिटेन और 27 अन्य देशों ने ग़ज़्ज़ा में तत्काल युद्धविराम की मांग की है। इन देशों का कहना है कि ग़ज़्ज़ा के नागरिकों की तकलीफें असहनीय हो गई हैं। एक संयुक्त बयान में कहा गया है कि इज़राइल की मदद पहुंचाने की प्रक्रिया खतरनाक है और वे इसे कड़ी निन्दा करते हैं।
बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक, ग़ज़्ज़ा में हमास के नियंत्रण वाली स्वास्थ्य विभाग ने कहा कि सप्ताहांत में खाना मिलने का इंतजार करते हुए 100 से ज्यादा फिलिस्तीनी इज़रायली फायरिंग में मारे गए और 19 अन्य भोजन की कमी से जान गंवा बैठे।
हालांकि, इज़राइल के विदेश मंत्रालय ने इन देशों के बयान को खारिज किया और कहा कि उनका बयान हकीकत से परे है और हमास को गलत संदेश देता है। इज़राइल ने हमास पर युद्ध विराम और बंदियों की रिहाई पर नए समझौते पर आने के बजाय झूठ फैलाने और मदद की आपूर्ति कमजोर करने का आरोप लगाया है।
पिछले 21 महीनों से हमास के साथ जारी युद्ध में ग़ज़्ज़ा में इज़राइल की नीतियों की निंदा करने वाले कई अंतरराष्ट्रीय बयानों के विपरीत, यह घोषणा सच्चाई के लिए सराही जा रही है।
इस बयान पर हस्ताक्षर करने वाले देशों में ब्रिटेन, ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, फ्रांस, इटली, जापान, न्यूजीलैंड और स्विट्ज़रलैंड सहित 27 देशों के विदेश मंत्री शामिल हैं।
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