शनिवार 9 अगस्त 2025 - 11:45
सबसे अत्याचारी और ज़ालिम लोगों के बारे में आल्लामा हसन ज़ादेह का विचार

हौज़ा / आल्लामा हसन ज़ादेह ने कहां,जान लो कि अपने आपको मूर्खता में रखना, आत्मा पर सबसे बड़ा अत्याचार है जीवन देना मनुष्यों को अज्ञान के अंधकार से ज्ञान और मारिफत के प्रकाश में लाना, अल्लाह के नवियों और उनके अनुयायियों का मिशन है।

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,आल्लामा हसन ज़ादेह ने कहां,जान लो कि अपने आपको मूर्खता में रखना, आत्मा पर सबसे बड़ा अत्याचार है जीवन देना मनुष्यों को अज्ञान के अंधकार से ज्ञान और मारिफत के प्रकाश में लाना, अल्लाह के नवियों और उनके अनुयायियों का मिशन है।

आल्लामा हसनज़ादे रहमतुल्लाह अलैह अपने आपको मूर्खता में रखने और ज्ञान व ईश्वरीय मारिफत हासिल करने से इनकार करने को इंसान पर सबसे बड़ा अत्याचार मानते थे। 

आल्लामा हसन ज़ादेह रहमतुल्लाह अलैह का कहना,जान लो, जो व्यक्ति अपने आपको मूर्खता में रखता है (और ज्ञान प्राप्ति व इलाही मारफत की ओर नहीं जाता), वह स्वयं पर सबसे अत्याचारी और ज़ालिम व्यक्ति है।

मृत आत्माओं को अज्ञान के नाश से जीवित करना, उन्हें ग़फ़लत की नींद से जगाना और अंधकार से प्रकाश की ओर लाना, अल्लाह के रसूलो और उनके अनुयायियों का कार्य है।

स्रोत:उयून-ए मसाइल-ए नफ़्स व शर्ह-ए आन

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