हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार, निम्नलिखित रिवायत "बिहार उल अनवार" पुस्तक से ली गई है। इस रिवायत का पाठ इस प्रकार है:
इमाम अल-सादिक (अ.स.) ने फ़रमाया:
قال الامام الصادق عليه السلام:
مَن لَم يَأتِ قَبرَ الحُسينِ عليه السلام حتّى يَمُوتَ كانَ مُنتَقَصَ الدِّينِ، مُنتَقَصَ الإيمانِ، وَإن اُدخِلَ
الجَنَّةَ كانَ دُونَ المؤمنينَ في الجنَّةِ
इमाम जाफ़र सादिक़ (अ) ने फ़रमाया:
जो कोई अपने जीवन में इमाम हुसैन (अ) की क़ब्र की ज़ियारत नहीं करता, उसका धर्म और ईमान कमज़ोर होगा, और अगर वह स्वर्ग में प्रवेश भी कर लेता है, तो उसका स्थान सभी ईमान वालों से कम होगा।
बिहार उल अनवार, भाग 101, पेज 4, हदीस 14
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