हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , हुज्जतुल इस्लाम अली रज़ा पनाहीयान ने 7 अक्टूबर, यानी अल-अक्सा तूफान की सालगिरह के अवसर पर अपने संदेश में कहा कि इस घटना और इसके बाद की घटनाओं ने फिलिस्तीनी प्रतिरोध को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर एक प्रभावी आंदोलन के रूप में स्थापित कर दिया है।
उन्होंने कहा कि इस ऑपरेशन ने साबित कर दिया कि हमारी क्रांतिकारी सोच और रास्ता सही था और यह एहसास किसी भी राष्ट्र के लिए सबसे बड़ी सफलता है।
उन्होंने कहा कि फिलिस्तीनी मुद्दा सिर्फ जमीन का झगड़ा नहीं है, बल्कि यह वैश्विक वर्चस्व और पश्चिमी ताकतों के शासन का प्रतीक है। 7 अक्टूबर की घटना ने दुनिया के सामने पश्चिम के मानवाधिकारों और स्वतंत्रता के झूठे दावों का पर्दाफाश किया और कई न्यायप्रिय लोगों को वास्तविकता का एहसास कराया।
हुज्जतुल इस्लाम पनाहीयान ने कहा कि ग़ज़्ज़ा आज सिर्फ मुसलमानों का प्रतिनिधित्व नहीं कर रहा है, बल्कि वह पूरी मानवता को वैश्विक साम्राज्यवाद और अत्याचार के खिलाफ प्रतिरोध का आह्वान कर रहा है। उनके अनुसार, हिज़्बुल्लाह लेबनान और यमन की दृढ़ प्रतिरोध के साथ मिलकर यह आंदोलन एक नई वैश्विक व्यवस्था की नींव रख रहा है।
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