हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , तुर्की की राजधानी इस्तांबुल में गाजा की ताजा स्थिति पर आयोजित उच्च-स्तरीय बैठक के बाद 7 मुस्लिम देशों ने एक संयुक्त बयान जारी किया है।
बयान में जोर देकर कहा गया है कि गाजा का प्रशासन फिलिस्तीनियों को सौंपा जाए, इजरायल तुरंत युद्धविराम का पूरी तरह से पालन करे और मानवीय सहायता के रास्ते में आने वाली सभी बाधाओं को हटाया जाए।
संयुक्त बयान में कहा गया कि फिलिस्तीनी लोगों के आत्मनिर्णय के अधिकार और राष्ट्रीय प्रतिनिधित्व को मान्यता दिए बिना क्षेत्र में स्थायी शांति संभव नहीं है। भाग लेने वाले देशों ने इस रुख पर सहमति जताई कि अंतर्राष्ट्रीय स्थिरता बल के गठन पर विचार किया जाएगा, ताकि युद्धविराम की निगरानी और मानवीय सहायता की आपूर्ति को प्रभावी बनाया जा सके।
बयान की प्रमुख बातें:
1. गाजा का प्रशासन फिलिस्तीनियों को सौंपने पर पूर्ण सहमति: बैठक में शामिल सभी देशों ने इस बात पर जोर दिया कि गाजा का राजनीतिक और प्रशासनिक नियंत्रण किसी बाहरी शक्ति के बजाय स्थानीय फिलिस्तीनी प्राधिकरण के पास होना चाहिए।
2. युद्धविराम उल्लंघन पर चिंता: बयान में कहा गया कि इजरायली सेना द्वारा युद्धविराम के बाद भी हमले जारी हैं, जिनमें अब तक लगभग 250 फिलिस्तीनी शहीद हो चुके हैं।
3. मानवीय सहायता की तत्काल आवश्यकता: शामिल देशों ने मांग की कि कम से कम 600 सहायता ट्रक और 50 ईंधन वाहन गाजा में बिना रुकावट प्रवेश कराए जाएं।
4. अंतर्राष्ट्रीय स्थिरता बल पर विचार: बयान में प्रस्ताव दिया गया कि गाजा में एक तटस्थ बल का गठन किया जाए, जो शांति की निगरानी और मानवीय सहायता के संरक्षण को सुनिश्चित करे।
5. फिलिस्तीनी प्राधिकरण के सुधार प्रयासों का समर्थन: शामिल देशों ने फिलिस्तीनी नेतृत्व के सुधारात्मक कदमों और अरब लीग व इस्लामिक सहयोग संगठन (OIC) की परियोजनाओं के पूर्ण समर्थन की पुष्टि की।
यह महत्वपूर्ण बैठक तुर्की के विदेश मंत्री हकान फिदान की मेजबानी में इस्तांबुल के एक प्रसिद्ध होटल में आयोजित हुई, जिसमें इंडोनेशिया, पाकिस्तान, सऊदी अरब, जॉर्डन, कतर और संयुक्त अरब अमीरात के विदेश मंत्रियों या प्रतिनिधियों ने भाग लिया।
बैठक के दौरान युद्धविराम की ताजा स्थिति, मानवीय संकट और भविष्य की कूटनीतिक कार्रवाइयों पर विस्तृत विचार-विमर्श किया गया।
बैठक के बाद मीडिया से बातचीत में तुर्की के विदेश मंत्री ने कहा कि इजरायल युद्धविराम का उल्लंघन कर रहा है। युद्धविराम की घोषणा के बाद से इजरायली हमलों में लगभग 250 फिलिस्तीनी शहीद हुए हैं। उन्होंने कहा,हम शांति के लिए हर बलिदान देने को तैयार हैं, लेकिन इजरायली आक्रामक कार्रवाइयां वैश्विक विवेक के लिए एक चुनौती हैं।
फिदान ने कहा कि तुर्की ने अपने सभी क्षेत्रीय भागीदारों के साथ संपर्क बढ़ा दिए हैं, ताकि युद्धविराम को स्थायी शांति में बदला जा सके। उन्होंने जोर देकर कहा कि अगर मानवीय सहायता के रास्ते नहीं खुले तो गाजा में मानवीय त्रासदी असहनीय हो जाएगी।
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