हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,पोप लियो एक ऐतिहासिक यात्रा पर लेबनान में है और इस मौके पर उन्होंने बेरूत में शिया धर्मगुरु से मुलाकात की और कई विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की।
लेबनान यात्रा पर बैरुत पहुंचे पोप ने लेबनान की शिया इस्लामी उच्च परिषद के उपाध्यक्ष शेख अली अल-खतीब से मुलाकात में कहा कि इस्लाम की आध्यात्मिक संस्कृति समानता और मानव गरिमा पर आधारित है।
उन्होंने पैगंबर मुहम्मद (स.ल.) और इमाम अली (अ.ल.) की शिक्षाओं का उल्लेख करते हुए मानव भाईचारे और सह अस्तित्व के महत्व को रेखांकित किया।
अंतरधार्मिक संवाद समारोह के दौरान, शेख अली अल-खतीब ने मुसलमानों और ईसाइयों के बीच साझा मानव और धार्मिक मूल्यों पर जोर दिया। उन्होंने पोप के वर्तमान कठिन परिस्थितियों में लेबनान आने की सराहना करते हुए इसे राष्ट्रीय एकता मजबूत करने का अवसर बताया हैं।
उन्होंने कहा कि मतभेद स्वाभाविक हैं, लेकिन मानव संबंध संवाद, आपसी समझ और सहयोग पर आधारित होने चाहिए, न कि धर्म के नाम पर रचे गए युद्धों पर।
इस प्रमुख शिया धर्मगुरु ने ज़ायोनी शासन के निरंतर आक्रमण का भी उल्लेख किया और कहा कि लेबनान एक सक्षम सरकार की अनुपस्थिति में अपने आप की रक्षा करने के लिए मजबूर है।
अंत में उन्होंने पॉप से अपील की कि वे अंतरराष्ट्रीय संसाधनों का उपयोग करके लेबनान को संकटों, विशेषकर ज़ायोनी सेना के आक्रमणों के परिणामों से उबरने में अधिक भूमिका निभाएँ
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