शुक्रवार 12 दिसंबर 2025 - 18:08
फातिमा ज़हरा (स) की ज़िंदगी और किरदार हर उम्र की औरतों के लिए रोशनी की किरण है, मुक़र्रेरीन

हौज़ा/ इंडिया में रजिस्टर्ड मदरसा बिंतुल हुदा ने हज़रत फातिमा ज़हरा (स.) के मुबारक जन्म के मौके पर जश्न-ए-बतूल (स) का आयोजन बहुत अकीदत और इज्ज़त के साथ मनाया। जश्न-ए-बतूल में बड़ी संख्या में औरतें, जिनमें स्टूडेंट और टीचर भी शामिल थीं।

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी की एक रिपोर्ट के मुताबिक, हरियाणा, इंडिया में रजिस्टर्ड मदरसा बिंतुल हुदा ने हज़रत फातिमा ज़हरा (स.) के मुबारक जन्म के मौके पर जश्न-ए-बतूल (स) का आयोजन बहुत अकीदत और इज्ज़त के साथ मनाया। जश्न-ए-बतूल में बड़ी संख्या में महिला विश्वासी, जिनमें छात्राएं और टीचर शामिल थीं।

फातिमा ज़हरा (स) की ज़िंदगी और किरदार हर उम्र की औरतों के लिए रोशनी की किरण है, मुक़र्रेरीन

प्रोग्राम की शुरुआत पवित्र कुरान की तिलावत से हुई, जिसे खवर सैयदा करीमा बतूल ने पेश किया। बाद में, खवर सैयदा शिफा बतूल और सैयदा जज़ा बतूल ने अपने सच्चे और अनोखे अंदाज में नात-ए-रसूल-ए-मकबूल पेश की। संगठन की जिम्मेदारियां मोहतरमा खवर अस्मा फजल साहिबा (मदरसा हैदरिया की टीचर) ने निभाईं, जबकि अध्यक्षता मोहतरमा सैयदा अली फातिमा साहिबा (शिक्षा निदेशक) ने की। प्रोग्राम में, मदरसा हैदरिया और मदरसा बिंत-उल-हुदा के छात्रों ने श्रीमती सैयदा फातिमा ज़हरा (स) के दरबार में अकीदत का एक कविता वाला तोहफा पेश किया।

फातिमा ज़हरा (स) की ज़िंदगी और किरदार हर उम्र की औरतों के लिए रोशनी की किरण है, मुक़र्रेरीन

बतूल के जश्न के दौरान कई एकेडमिक प्रोग्राम पेश किए गए। आखिर में, सुश्री सैय्यदा आबिदा बतूल साहिबा ने हज़रत फातिमा ज़हरा (स) की जीवनी और फातिमियों के किरदार पर एक बहुत ही मतलब वाला और असरदार भाषण दिया। अल्लाह की मौजूदगी में दुआओं और भलाई की दुआ के साथ, अगले साल के लिए बतूल के जश्न के खत्म होने का ऐलान किया गया, जिसके बाद वहां मौजूद सभी लोगों में दुआएं बांटी गईं।

फातिमा ज़हरा (स) की ज़िंदगी और किरदार हर उम्र की औरतों के लिए रोशनी की किरण है, मुक़र्रेरीन

फातिमा ज़हरा (स) की ज़िंदगी और किरदार हर उम्र की औरतों के लिए रोशनी की किरण है, मुक़र्रेरीन

फातिमा ज़हरा (स) की ज़िंदगी और किरदार हर उम्र की औरतों के लिए रोशनी की किरण है, मुक़र्रेरीन

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