हौज़ा / कर्बला मौअल्ला मे कर्बला की घटना के बाद अहले-हरम की कैद का दृश्य दिखाया गया।
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80 से ज़्यादा,देशों के लाखों ज़ायरीन पहुंच चुके हैं कर्बला
हौज़ा/इराक के मुकद्दस शहर कर्बला में 80 से अधिक देशों के लाखों ज़ायरीन कर्बला में मौजूद हैं।
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सर्दियों में बैनुलहरमैन कर्बला का खूबसूरत नज़ारा/फोंटों
हौज़ा/सर्दियों में बैनुलहरमैन कर्बला का खूबसूरत और हसीन नज़ारा
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कर्बला की घटना को बे नज़ीर बनाने में महिलाओं की अहम भूमिका रही हैः मौलाना रजी जैदी
हौज़ा / कर्बला की महान महिलाएँ न केवल अपनी संतानों को प्रशिक्षण देने में उत्कृष्ट थीं, बल्कि कार्य के क्षेत्र में भी उनकी कोई मिसाल नहीं थी। कर्बला की…
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इराक कर्बला में चेहलुम मनाने के लिए जत्था हुआ रवाना
हौज़ा/कर्बला में हज़रत इमाम हुसैन व उनके 72 साथियों का चेहलुम 7 सितंबर को पूरी दुनिया में मनाया जायेगा ऐसे में देश के विभिन्न जिलों से अजादारों का इराक…
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नजफ से कर्बला तक ज़ायरीन हुसैनी की सेवा करते हुए मोमिनीन/फोंटों
हौज़ा/नजफ से कर्बला तक ज़ायरीन हुसैनी की सेवा करते हुए मोमिनीन ने दुनिया वालों को यह पैगाम दिया कि इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम के नाम पर सब कुछ कुर्बान हैं।
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इमाम हुसैन अ.स.ने अपने कुर्बानी के ज़रिए इंसानियत को बचाया हैं,हुज्जतुल इस्लाम वल मुस्लिमीन मौलाना कल्बे रुशैद साहब
हौज़ा/कर्बला हमारी यूनिवर्सिटी है, कर्बला हमारी दर्सगाह है ज़माना कैसा भी हो और कितने ही मुख़ालिफ हों हम न झुके हैं, न बिके हैं और न हमने किरदार का सौदा…
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तस्वीरे / कृत्रिम बुद्धि द्वारा बनाई गई अगले 1000 वर्षों बाद की कर्बला ए मोअल्ला अद्भुत तस्वीरें
हौज़ा/ कृत्रिम बुद्धि द्वारा अगले 1000 वर्षों बाद की कर्बला ए मोअल्ला की अद्भुत तस्वीरें बनाई जा चुकी हैं।
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मुहर्रम मे सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कर्बला में सुरक्षा अधिकारियों की अहम बैठक
हौज़ा / कर्बला ऑपरेशन कमांड ने मुहर्रम के दिनों में सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए विभिन्न विभागों को उनकी जिम्मेदारियों से अवगत कराने के लिए शहर में एक…
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जौन बिन हवी गुलामे गफ्फारी कर्बला के मैदान में आप की महान कुर्बानी
हौज़ा/जनाबे जौन अबुज़र गफ्फारी के गुलाम थे आप को आले मोहम्मद से वही खुसूसियत हासिल थी जो अबुज़र को थी जौन पहले इमामे हसन अ.स. की खिदमत में रहे फिर इमामे…
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इमाम ख़ुमैनी दिन में दो बार कर्बला में हरम की ज़ियारत करते थे
हौज़ा / नजफ़ में उनके पंद्रह साल के प्रवास के दौरान यह जारी रहा, और कर्बला में भी, इमाम खुमैनी दिन में दो बार हरम का दौरा करते थे, एक बार ज़ुहर से पहले…
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