हौज़ा / इमाम मुहम्मद बाकिर (अ.स.) फ़रमाते हैं: "मेरे पिता ने मुझे इस दुनिया से जाने के समय अपने सीने से लगा लिया और कहा: मैं तुम्हें वह वसीयत करता हूं जोकि मेरे पिता ने अपनी शहादत के समय मुझे…