हौज़ा / अंबिया और अइम्मा अ.स. की अताअत वाजिब है,हर मैदान में चाहे जंग करें या सुल्ह, जैसा कि हज़रत रसूल अल्लाह ने फरमाया,अल-हसन वल हुसैन इमामान क़ामा औ क़अदा" यानी हसन व हुसैन अ.स. इमाम हैं चाहे…