अज़ाब
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इमाम खुमैनी का अल्लाह पर अटूट विश्वास था अयातुल्ला हाफिज रियाज नजफी
हौज़ा / इस्लामिक क्रांति के संस्थापक की 32वीं पुण्यतिथि पर इस्लामी क्रांति के संस्थापक को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए शिया मदरसा के प्रमुख ने कहा कि हजरत इमाम खुमैनी (र.अ.) ने ढाई हजार साल पुरानी राजशाही को हरा कर इस्लामी क्रांति शुरू की उन्होंने अपने बेटे के नाम पर अपनी वसीयत में लिखा कि उनके पास कोई निजी घर नहीं है। खुमैन में कुछ जमीन है जो मेरे बड़े भाई के कब्जे में है। जमारान का दो कमरे का घर मुझे अस्थाई तौर पर दिया गया है। उसका कालीन मेरा नहीं है और उसकी किताबें भी। बैंक में पैसा खुम्स का है, जो धार्मिक मामलों पर खर्च करने और छात्रों को छात्रवृत्ति देने के लिए मुजतहिद की अमानत है। अगर आपको लगता है कि आपके लिए क्या बचा है? तो केवल अल्लाह।
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:दिन की हदीस
इमाम मूसा काज़िम (अ.स.) का कयामत के दिन अज़ाब से सुरक्षित रहने का नुस्खा
हौज़ा/इमाम मूसा काज़िम(अ.स.)ने एक रिवायत में क़यामत के दिन अज़ाब से सुरक्षित रहने के रास्ते की ओर इशारा किया है।