मंगलवार 26 अगस्त 2025 - 05:01
बद ज़बानी और दोज़ख की सज़ा

हौज़ा / पैग़म्बर-ए-इस्लाम (स) ने एक हदीस में उन लोगों को सख्त अज़ाब से आगाह किया है जो बदज़बानी से लज़्ज़त हासिल करते हैं।

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार, यह रिवायत किताब "मुस्तदरक अल-वसाइल" से ली गई है। इस रिवायत का पाठ इस प्रकार है:

قال رسول اللہ صلی الله علیه وآله:

أَرْبَعَةٌ یَزِیدُ عَذَابُهُمْ عَلَی عَذَابِ أَهْلِ النَّارِ … وَرَجُلٌ یَسْتَلِذُّ الرَّفَثَ وَالْفُحْشَ فَیَسِیلُ مِنْ فِیهِ قَیْحٌ وَدَمٌ.

पैग़म्बर-ए-इस्लाम (स) ने फ़रमाया:
"चार लोग ऐसे हैं जिनकी सज़ा दोज़ख के बाकी लोगों से ज़्यादा होगी... और एक वह शख्स है जो गंदी और बुरी बातें बोलने में मज़ा लेता है। तो दोज़ख में उसके मुँह से पीप और खून बहेगा।"

मुस्तदरक अल-वसाइल, भाग 12, पेज 82

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