अनुसरण
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रिजवी संस्कृति का प्रचार-प्रसार आज के समाज की प्रमुख जरूरत है, हक़ पनाह
हौज़ा / हौज़ा इलमिया खुरासान की सर्वोच्च परिषद के एक सदस्य ने कहा: रिज़वी संस्कृति लोगों के बीच प्रबल होनी चाहिए और एक ऐसा समाज बनाना चाहिए जिसमें गुण, करुणा और अच्छा जीवन पाया जाए।
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इत्रे क़ुरआन ! सूर ए आले इमरान
अल्लाह ताला द्वारा मुसलमानों के विरुद्ध यहूदी षडयंत्र का पर्दाफ़ाश
हौज़ा | यहूदी विद्वानों ने अपने अनुयायियों को चेतावनी दी कि वे अपने सह-धर्मवादियों के अलावा किसी और पर भरोसा न करे।
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इत्रे क़ुरआन ! सूर ए आले इमरान
अल्लाह तआला मोमिनों का रक्षक और संरक्षक है
हौज़ा | हज़रत इब्राहीम (अ) के साथ जुड़े होने का मानदंड उनका अनुसरण करना है। सत्य की ओर झुकना और अल्लाह तआला के प्रति समर्पण करना हज़रत इब्राहीम (अ) और अन्य पैगम्बरों के अनुसरण की वास्तविकता है।
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मुस्लिम उम्माह की ख़ुशी इस्लामी क्रांति के नेता का अनुसरण करने में है
हौज़ा / जमीअत उलमा मुस्लिम लेबनान के प्रमुख ने कहा कि सवाल यह है कि अहले सुन्नत धार्मिक विद्वान शिया विद्वानों में से एक कैसे हो सकता है? इसके उत्तर में यह कहा जा सकता है कि हर इंसान का अपना धर्म होता है, लेकिन कठिनाइयों से गुजरने का रास्ता, उम्मा बनने का रास्ता और मुस्लिम उम्मा की खुशी एक धुरी और एक नेता पर निर्भर करती है। इस्लामी क्रांति यह स्थिति रखती है, इसलिए सभी को उनका अनुसरण करना चाहिए।
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पैग़म्बरे इस्लाम के अनुसरण से ही समाज का वास्तविक सुधार संभव है
हौज़ा/ उन्होंने कहा कि समाज का वास्तविक सुधार पैग़म्बरे इस्लाम के अनुसरण से ही संभव है, क्योंकि सुधार का संबंध नैतिकता से है, इसीलिए इस्लाम का आह्वान नैतिकता के आधार पर किया गया।
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कुरान और अहले बैत का पालन मुसलमानों की सर बुलंदी का रहस्य है, अल्लामा हसन जफर नकवी
हुज़ा / पवित्र कुरान में हर खुश्क और तर का बयान है और इसे लौहे महफूज़ से पैगंबर के दिल में स्थानांतरित कर दिया गया। पवित्र कुरान चमत्कार है जो पवित्र पैगंबर को दिया गया था और पवित्र पैगंबर ने कुरान के हर आदेश से लोगो को अवगत कराया।
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इमाम जवाद (अ.स.) की शहादत के अवसर पर अल्लामा सैयद ज़फ़र अली शाह नकवी का शोक संदेश:
इमाम जवाद (अ.स.) की जीवनी इस्लामी समाज के लिए एक आदर्श है
हौज़ा / क़ुम में क़ैद-ए-मिल्लत जाफ़रिया पाकिस्तान कार्यालय के प्रतिनिधि अल्लामा ज़फ़र नकवी ने कहा कि हमारे युवा इमाम जवाद (अ.स.) की जीवनी का अनुसरण करके इस दुनिया में और आखिरत मे सआदत और खुशबख्ती हासिल कर सकते है।
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अमरोहा में 'उर्दू मरसिए के पांच सौ साल' पुस्तक का विमोचन
हौज़ा / इस पुस्तक की ऐतिहासिक और दस्तावेजी स्थिति इस अर्थ में पक्की और स्थिर हो गई है कि इसमें मौला अली (अ.स.), सैय्यदा ताहेरा बीबी फातिमा ज़हरा (स.अ.) और जनाबे अकील इब्न अबी तालिब की बेटी के अरबी मरसिए और प्रसिद्ध अरबी शायर जनाब फ़रज़्दक़ के मरसीए उर्दू अनुवाद के साथ सम्मिलित है।
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आयतुल्लाह मूसवी इस्फ़हानी:
जो विद्वान केवल दुनिया को चाहता है उससे दूरी बनानी चाहिए
हौज़ा / हमदान प्रांत में हौज़ा के संरक्षक ने कहा: आयतुल्लाह साफ़ी गुलपायगानी जैसी हस्तियों को प्रशिक्षण देने पर हौज़े को गर्व है। आयतुल्लाह साफ़ी गुलपायगानी की नैतिक विशेषताओं का वर्णन करने के अलावा, उनकी विद्वतापूर्ण स्थिति का भी उल्लेख किया जाना चाहिए।
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सुन्नी धर्मगुरू:
इस्लामी जगत एकता और एकजुटता में तभी सफल हो सकता है जब वह एक नेता का अनुसरण करे
हौज़ा / सर्वोच्च नेता का च्यन करने वाली समिती में कुर्दिस्तान प्रांत के जन प्रतिनिधि ने कहा: मुसलमानों को राजनीतिक और धार्मिक अंतर्दृष्टि के हथियार से लैस किया जाना चाहिए। केवल अंतर्दृष्टि के साथ ही इस्लामी जगत में विभाजनकारी और एकजुट करने वाले कारकों को जाना जा सकता है
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हुज्जतुल इस्लाम वल मुस्लेमीन रज़ा मिस्बाहः
जीवन का आनंद अहलेबैत (अ.स.) का अनुसरण करने में है
हौज़ा / ईरान के शहर फैमेनीन के इमामे जुमा ने धार्मिक छात्रों के साथ नैतिकता के विषय पर एक बैठक में बात करते हुए कहा: यदि हम रास्ते पर एक कदम बढ़ाते हैं तो जीवन में सब कुछ हमारे लिए सुखद हो जाता है।
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इमाम जुमा शहर बहार:
ग़दीर का संदेश वली फ़क़ीह का अनुसरण और पालन है, हुज्जतुल-इस्लाम मुहम्मद अली अरज़ंदे
हौज़ा / ईरान के बहार शहर के इमाम जुमा ने कहा: आज चौदह सौ साल बाद, ग़दीर का संदेश वली फ़क़ीह का पालन करना है।
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हुज्जतुल इस्लाम वल मुस्लेमीन नज़री मुनफ़रिद:
केवल कुरान ए करीम से तमस्सुक क्यों?
हौज़ा / हुज्जतुल इस्लाम वल मुस्लेमीन नज़री मुनफ़रिद ने कहा: दुनिया में सही और गलत किताबें हैं और पवित्र कुरान का पालन करने का एकमात्र कारण यह है कि इस पुस्तक में कुछ भी बातिल या गलत नहीं है और ख़ुद कुरान के विवरण के अनुसार कुरान ही यह किताब है जो "ला रैब फ़ीह" है।
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मारज ए एज़ाम की मुख़ालेफ़त वास्तव में इमामों की मुख़ालेफ़त है,अल्लामा जुल्फुक़ार अली अंसारी
हौज़ा / हज़रत इमाम हुसैन ने हज़रत मुस्लिम को अपने प्रतिनिधि के रूप में कूफ़ा भेजा और कहा, "मेरे राजदूत का अनुसरण करें। उनके अनुयायी मेरे अनुयायियों की तरह हैं। इसलिए, मराज ए एज़ाम का विरोध करने वाले वास्तव में इमामों का विरोध कर रहे हैं।"
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अहलेबैत (अ.स.) फाउंडेशन इंडिया के उपाध्यक्षः
पिता का अनुसरण, आज्ञाकारिता अली अकबर (अ.स.) के चरित्र का दर्पण है, मौलाना तकी अब्बास रिज़वी
हौज़ा / हज़रत अली अकबर (अ.स.) ने कम आयु मे कयामत तक आने वाली पीढ़ी को यह संदेश दिया है कि दिन में पाँच बार सजदे कर लेना ही इबादत नही, बल्कि माता-पिता विशेषकर पिता की आज्ञाकारिता का पालन करना भी इबादत है।