हौज़ा / आले ख़लीफ़ा हुकूमत ने लगातार 34वें हफ़्ते भी बहरैन की सबसे बड़ी नमाज़-ए-जुमआ जो शहरक-ए-दराज़ में अदा की जाती है, उस पर पाबंदी बरक़रार रखी है यह पाबंदी बहरैन की शिया आबादी के मज़हबी हुक़ूक़…