हौज़ा / मस्जिद ए मुक़द्दस जमकरान के ख़तीब ने कहा,गुनहगार अल्लाह की रहमत से निराश न हों अगर कोई गलती या गुनाह हो जाए तो इमाम-ए-ज़माना अ.ज. के दरबार में तौबा करें और उनसे दुआ की दरख़्वास्त करें…