हौज़ा/यह रिवायत, जिसे कभी इमाम ख़ुमैनी र.ह. ने भी नक़्ल किया था जिबरईल बराबर हज़रत फातिमा ज़हरा के पास आया करते थे और पैग़म्बरे इस्लाम के इन्तेक़ाल की ताज़ियत पेश किया करते थे उन्हें तसल्ली देते…