हौज़ा / तक़वा यानी एक इंसान का सब कुछ, एक पूरी क़ौम का लोक परलोक और इस लंबे रास्ते के लिए हक़ीक़ी ज़ादे राह जिसे तय करने पर हर इंसान मजबूर है, तक़वा यानी इस बात का ध्यान रहना कि हर वह कर्म जो…