हौज़ा / क़ुरआन करीम की कुछ आयतें इस बात की ओर संकेत करती हैं कि कमज़ोर (मुस्तज़ऐफ़ीन) लोगों को ज़ालिम और घमण्डी लोगों पर जीत मिलेगी, और अंत में दुनिया उन्हीं योग्य और अच्छे लोगों की होगी।
हौज़ा / हज़रत इमाम अली अलैहिस्सलाम ने एक रिवायत में घमंड और गर्व करने वालों को इस काम से बाज़ रहने की नसीहत की है।