۲ آذر ۱۴۰۳
|۲۰ جمادیالاول ۱۴۴۶
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Nov 22, 2024
अहमद अली मोहसेनी
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:दिन कि हदीस
किस आदमी की नमाज़ कुबूल नहीं
हौज़ा/हज़रत रसूल अल्लाह स.ल.व.व. ने एक रिवायत में उस नमाज़ की ओर इशारा किया है जो काबिले कुबूल नहीं हैं।
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इन्ना लिल्लाहे व इन्ना इलाहे राजीउन
दुख:द खबर, हुज्जतुल-इस्लाम मौलामा अहमद अली मोहसेनी का निधन
हौज़ा/मरहुम एक धार्मिक परिवार में जन्मे, स्वर्गीय पाराचिनार के रहने वाले थे, उन्होंने शुरुआती तालीम अपने वतन में हसिल कि उसके बाद वह 1990 अपने तालिमी सिलसिला को बाकी रखते हुए कुम का सफर किए, और हौज़ाये इल्मिया कुम में फलसफा और उलुमे दीनी में डॉक्टर की डिग्री हासिल की उन्होंने क़ुम के मदरसे इमाम खुमैनी र.ह. के प्रसिद्ध मदरसे में पढ़ाना शुरू किया और वहां शिक्षा भी देते थे।और वह प्रमुख शिक्षकों में से एक थे।