हौज़ा / इस आयत से हमें यह सीख मिलती है कि इंसान को नम्र और विनम्र होना चाहिए और अपनी पवित्रता का इज़हार करने के बजाय अपने सुधार और अल्लाह की ख़ुशी पर ध्यान देना चाहिए। सच्ची पवित्रता अल्लाह ताला…