हौज़ा/आज की तेज़ रफ़्तार और बिना दिशा वाली दुनिया में, जहाँ दिमागी तूफ़ान, सामाजिक बदलाव और कल्चरल चुनौतियाँ लगातार एक औरत की पर्सनैलिटी को हिलाने की कोशिश कर रही हैं, यह बुनियादी सवाल पूरी तेज़ी…
हौज़ा / हज़रत फ़ातिमा ज़हरा (सलामुल्लाहे अलैहा) एक मिसाली पत्नी के तौर पर तमाम मुसलमान ख़्वातीन के लिए एक कामिल नमूना हैं, जिनकी घरेलू ज़िंदगी मोहब्बत, ईसार और वफ़ादारी से भरी थी।