हौज़ा / हरमे हज़रत फ़ातिमा मासूमा के वक्ता (ख़तीब) ने कहा: मनुष्य को अपने पापों का मुहासेबा (हिसाब किताब) करना चाहिए क्योंकि हराम के पीछे जाने वाले आँख और कान इमामे ज़माना (अ.त.फ.श.) की बातो…