हौज़ा / क़ुरआन सुनना अल्लाह की रहमत के नाज़िल होने का ज़रिया है यह बात इस्लामी शिक्षाओं में बार बार सामने आती है कि क़ुरआन सिर्फ पढ़ने की चीज़ नहीं, बल्कि उसे तवज्जो से सुनना भी एक इबादत है। क़ुरआन…