हौज़ा/ ग़ीबत एक ऐसा पाप है जो बहुत आसानी से ज़बान पर आ जाता है, लेकिन इसके परिणाम दुनिया और आख़िरत, दोनों में बेहद गंभीर होते हैं। ज़बान के ज़रिए होने वाले इस हक़्क़ुन नास से निजात के लिए चार…
हौज़ा / यह आयत मनुष्य को पाप से बचने का उपदेश देती है तथा उसे याद दिलाती है कि प्रत्येक व्यक्ति अपने कार्यों के लिए जिम्मेदार है। अल्लाह तआला सब कुछ जानता है और उसके फैसले बुद्धिमत्तापूर्ण होते…