۱۳ تیر ۱۴۰۳
|۲۶ ذیحجهٔ ۱۴۴۵
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Jul 3, 2024
आरज़ूएं, इश्क़ और मोहब्बतें
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इस्लामी घराना:
पति और पत्नी एक दूसरे को पाकीज़ा इश्क़ से भरी नज़रों से देखा करें।
हौज़ा/ज़िन्दगी की हक़ीक़तों से ऊपर, आरज़ूएं, इश्क़ और मोहब्बतें, इंसानी जज़्बात इंसान की ज़िन्दगी में अपना रोल अदा करते हैं, उनका रोल भी, स्वाभाविक है, दूसरे दर्जे का नहीं है, बल्कि वही वास्तविक रोल है और इस मज़बूत इमारत का स्तंभ बन सकता है।