हौज़ा / हुज्जतुल इस्लाम वल मुस्लिमीन अली दीयानी ने कहां,आज सोच को सुधारने की ज़रूरत है कि भलाई का काम (कार-ए-ख़ैर) सिर्फ आर्थिक रूप से अमीर लोगों के लिए है जबकि एक छोटा बच्चा हो या कोई बुज़ुर्ग…