हौज़ा/ हुज्जतुल इस्लाम मीर सादक़ी ने कहा है कि दुआ, सदका और नमाज़ जैसे आमाल इंसान की तक़दीर में बदलाव ला सकते हैं जो कुछ शब-ए-क़द्र या रूह फूंके जाने के वक़्त इंसान के लिए मुक़द्दर किया जाता…
हौज़ा / हौज़ा ए इल्मिया जामिया अलमुन्तज़िर लाहौर में नमाज़ ए जुमआ के ख़ुत्बे में डॉक्टर सैयद मोहम्मद नक़वी ने कहां,नेक आमाल इंसान की तकदीर बदल सकती है।