हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,एक रिपोर्ट के अनुसार , हौज़ा ए इल्मिया जामिया अलमुन्तज़िर, मॉडल टाउन में हुज्जतुल इस्लाम डॉक्टर अल्लामा सैयद मोहम्मद नक़वी ने ख़ुतबा-ए-जुमा में सूरह दहर की तफ़्सीर बयान करते हुए कहा कि मन्नत मानकर उसे पूरा करना अल्लाह की मोहब्बत में लोगों को खाना खिलाना, काम सिर्फ़ और सिर्फ़ अल्लाह की रिज़ा के लिए करना, दिल में हर वक्त अल्लाह का ख़ौफ़ रखन यह पांच ऐसे नेक अमल हैं जो इंसान की तक़दीर बदल सकते हैं और जिनके अमल से दिल को सच्ची खुशी मिलती है।
उन्होंने कहा कि कुरआन मजीद में कई ऐसी आयतें मौजूद हैं जो अहले बैत अतहार अ.स. की शान में नाज़िल हुईं और इनमें से कुछ पर शिया सुन्नी मुफस्सिरों का इज्मा (सहमति) है जैसे आयत ए ततहीर और आयत ए मुबाहिला।
डॉक्टर मोहम्मद नक़वी का कहना था कि सूरह दहर में अहले-बैत के ख़ानदान की शान को बयान किया गया है मन्नत और नज़्र, जो अल्लाह के लिए की जाती है उसके रुहानी असरात बहुत गहरे होते हैं।
जैसे कि सूरह दहर में सैयदा फातिमा सलामुल्लाह अलैहा के ख़ानदान की मन्नत के बारे में 17 आयतें नाज़िल हुई हैं।
उन्होंने यह भी बताया कि कई उलमा ने ऐसी मन्नतें मानीं जिनसे उनकी मुश्किलें हल हुईं, जैसे कि आका ए तबरसी का मशहूर वाक़िया हैं।
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