हौज़ा/ये इत्तेहाद सिर्फ रसूल स.ल.व.व.कि विलादत के मौके पर ही नहीं बल्कि साल भर होना चाहिए इसी में उम्मत की भलाई है और एक मुसलमान पर दूसरे मुसलमान का यही हक है, और उसको अदा किया जाए यही इस्लाम…