हौज़ा / आपमे ग़ैरते दीनी बहुत अधिक थी, इसलिए आपने शियावाद पर होने वाली आपत्तियों का लगातार जवाब दिया। अबुल हसन नदवी ने एक किताब लिखी थी, "इस्मई या ईरान" उसके जवाब मे आपने "ईरान तसमओ वा तोजीबो"…