۵ آذر ۱۴۰۳
|۲۳ جمادیالاول ۱۴۴۶
|
Nov 25, 2024
इमामे जुमआ मुंबई
Total: 1
-
हुज्जतुल इस्लाम मौलाना सैयद अहमद अली आबिदी:
मरहूम आयतुल्लाह साफी गुलपायगानी दिफा ए अहलेबैत (अ.स.) में हमेशा सबसे आगे रहे हैं
हौज़ा / आपमे ग़ैरते दीनी बहुत अधिक थी, इसलिए आपने शियावाद पर होने वाली आपत्तियों का लगातार जवाब दिया। अबुल हसन नदवी ने एक किताब लिखी थी, "इस्मई या ईरान" उसके जवाब मे आपने "ईरान तसमओ वा तोजीबो" तहरीर फरमाया उसके बाद आपने फिर मोहिबुद्दीन खतीब जो कि एक वहादी था उसका जवाब दिया। इसके अलावा जो ग़ैरते दीनी थी विशेष रूप से इमामत के संबंध में, वह वास्तव में एक बहुत ही मूल्यवान कार्य है जिसकी कोई कल्पना भी नहीं कर सकता है।