इमाम ज़मान (अ.त.फ.श.) का जन्म दिवस
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आयतुल्लाहिल उज्मा साफ़ी गुलपाएगानी की एक तकरीः
इमाम ज़माना (अ) का ध्यान अपनी ओर आकर्षित करने के लिए क्या करना चाहिए?
हौज़ा / मुझे क्या करना चाहिए कि इमाम ज़माना का ध्यान अपनी ओर आकर्षित कर लू? दिवंगत आयतुल्लाहिल उज्मा की एक तक़रीर का आशं प्रसारित हुआ।
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दिन की हदीसः
जन्म के दिन की तरह पापो से कैसे मुक्त हो
हौज़ा / पवित्र पैगंबर (स) ने एक हदीस में एक बीमार व्यक्ति की मदद करने के सवाब का वर्णन किया है।
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दिन की हदीस:
हज़रत इमाम ज़माना (अ) का हकीक़ी इंतज़ार करने वाले का अज्र व सवाब
हौज़ा / हज़रत इमाम जफार सादीक अलैहिस्सलाम ने एक रिवायत हज़रत इमाम ए ज़माना अलैहिस्सलाम के इंतजार के अज्र व सवाब को बयांन किया हैं।
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पसंदीदा ज़िंदगी का आग़ाज़ हज़रत इमाम मेंहदी अलैहिस्सलाम के ज़ाहिर होने के बाद होगी
हौज़ा / इंसान की अस्ली और पसंदीदा ज़िंदगी, हज़रत इमाम मेंहदी अलैहिस्सलाम के ज़ाहिर होने के वक़्त से शुरू होगी इंसानियत लगातार रास्ता तय कर रही है ताकि राजमार्ग तक पहुंच सके, यह राजमार्ग, इमाम मेंहदी अलैहिस्सलाम का ज़माना है, हज़रत इमाम मेंहदी अलैहिस्सलाम के ज़ाहिर होने का ज़माना है।
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हज़रत इमाम मेंहदी अ.स. पैग़म्बरी और अल्लाह तआला की ओर दावत देने वाली कड़ी है
हौज़ा/सुप्रीम लीडर ने फरमाया,इंसान को पैग़म्बर अल्लाह की ओर आने की दावत देने और उसकी ओर बुलाने वालों की हमेशा ज़रूरत है और ये ज़रूरत आज भी बाक़ी है।
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दिन की हदीस:
शियो की ओर इमाम ए ज़माना अलैहिस्सलाम की तवज्जो
हौज़ा / हज़रत इमाम ए ज़माना अलैहिस्सलाम ने एक रिवायत में शियो पर अपनी तवज्जो के आसार बयान फ़रमाए है।
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इमाम महदी (अ) के ज़ोहूर की निशानीया
हौज़ा / ज़हूर के कुछ लक्षण विशिष्ट लोगों में विशिष्ट तरीकों से और विशिष्ट संकेतों के साथ प्रकट होते हैं। उदाहरण के लिए, कई हदीसों में यह उल्लेख किया गया है कि इमाम ज़मान (अ) विषम वर्षों और विषम दिनों में प्रकट होंगे। दज्जाल और सुफ़ियान नाम के लोगों का उदय और यमानी और सय्यद ख़ुरासानी जैसे धर्मात्मा लोगों का क़याम विशेष लक्षण माने जाते हैं।
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हज़रत इमाम ज़माना अ.स. की ग़ैबत में उम्मत की ज़िम्मेदारियां
हौज़ा/ध्यान देने वाली बात है कि अगर हमारे हालात और हमारे बुरे आमाल सैकड़ों साल पहले इमाम सादिक़ अ.स. को बेचैन हो कर रोने पर मजबूर कर सकती है तो क्या हमारी ज़िम्मेदारी नहीं बनती कि हम इस ग़ैबत के दौर में इन हालात और इन परेशानियों का अंदाज़ा लगा कर कम से कम जुमे के दिन सच्चे दिल से दुआए नुदबा को समझ कर पढ़ते हुए अपने हालात पर ख़ुदा आंसू बहाएं शायद इसी तरह हमारे दिल में इमाम ज़माना अ.स. का सच्चा इश्क़ और सच्ची मोहब्बत का जज़्बा पैदा हो जाए और हम किसी लम्हा भी उनकी याद से ग़ाफ़िल न होने पाएं,
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बहन के जन्म दिवस पर भाई की ओर से बहन को उपहारः
हज़रत मासूमा (स) के हरम को इमाम रज़ा (अ) के हरम द्वारा दान किए गए 162 हस्तनिर्मित कालीनों से सजाया गया
हौज़ा / हजरत फातिमा मासूमा (स) के धन्य जन्मदिन के अवसर पर अस्तान क़ुद्स रिज़वी कालीन कंपनी द्वारा बनाए गए 162 उत्तम और कीमती कालीनों को बहन के जन्मदिन पर भाई द्वारा उपहार के रूप में भेंट किया गया।
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धार्मिक छात्रों की सेवा इस समय के इमाम (अ) की सेवा है: आयतुल्लाहिल उज़्मा नूरी हमदानी
हौज़ा / हज़रत आयतुल्लाहिल उज्मा नूरी हमदानी ने कहा: हौज़ा ए इल्मिया के छात्रों और रईसों की सेवा को इमाम ज़मान (अ) की सेवा माना जाता है क्योंकि वे इमाम ज़मान अजल अल्लाह तआला के सैनिक हैं।
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हज़रत इमाम मेंहदी अलैहिस्सलाम के जन्मदिन के मौके पर संक्षिप्त परिचय
हौज़ा/हज़रत इमाम मेंहदी अलैहिस्सलाम का जन्म 15 शाबान 255-256 हिजरी में हुआ आप महामुक्तिदाता की याद और उनके ज़ुहूर के बाद पूरी दुनिया में होने वाले परिवर्तनों का एहसास लोगों के दिलों में आशा की किरण बना हुआ है और आज नहीं कल पूरी दुनिया से अत्याचार और अत्याचारियों का अंत हो जायेगा और पूरी दुनिया में शांति और न्याय का बोलबोला होगा। कोई किसी पर अत्याचार नहीं करेगा। दुनिया से निर्धनता मिट जायेगी
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:दिन कि हदीस
ग़ैबत के समय में लोगों की स्थिति
हौज़ा/हज़रत इमाम मुहम्मद बाकिर अलैहिस्सलाम ने एक रिवायत में हज़रत इमामे ज़माना अ.स.की ग़ैबत के समय में लोगों की स्थिति की ओर इशारा किया हैं।
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सय्यदा कौनेन हज़रत फातिमा ज़हरा (स) न केवल महिलाओं के लिए बल्कि पूरी मानवता के लिए रोल माडल हैं: मासूमा नकवी
हौज़ा / सय्यदतुन निसा इल-आलामीन के धन्य जन्मदिन के शुभ अवसर पर मजलिस वाहदत मुस्लिमीन महिला विभाग की केंद्रीय अध्यक्ष सैय्यदा मासूमा नकवी ने अपने बधाई संदेश में कहा है कि सय्यदा कौनैन हज़रत फातिमा ज़हरा (स) न केवल महिलाओं के लिए बल्कि पूरी मानवता के लिए रोल माडल है।
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विलादते इमाम अली रज़ा अलैहिस्सलाम पर अमरावती मे जश्ने मसर्रत का आयोजन
हौज़ा / आप शियो के आंठवें इमाम है़ं और आपके वालिद इमाम मूसा काज़िम अलैहिस्सलाम और आप की वालेदा हज़रत नजमा खातून थी|
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मदरसा इल्मिया इमाम जाफर सादिक़ ने मनाया इमाम सादिक़ की पोती हज़रत मासूमा का जन्मदिवस
हौज़ा / महाराष्ट्र के अमरावती मे मदरसा इल्मिया इमाम जाफर सादिक़ मे इमाम सादिक़ की पोती हज़रत मासूमा का जन्मदिन मनाया गया|
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क़ुद्स दिवस आख़िर क्या है? और क़ुद्स दिवस को क्यों रमज़ानुल मुबारक में मनाया जाता हैं?
हौज़ा/क़ुद्स दिवस,क़ुद्स की तारीख़ समझने के लिए सबसे पहले हमें यह पता होना ज़रूरी है कि ईरान में सन 1979 में इस्लामी इन्क़लाब के रहबर हज़रत आयतुल्लाह इमाम ख़ुमैनी र.ह. ने यह एलान किया था कि माहे रमज़ान के अलविदा जुममआ को सारी दुनिया क़ुद्स दिवस की शक्ल में मनाएं।
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:दिन की हदीस
हज़रत इमामे ज़माना अ.त.फ.श. की ओर से इतमामे हुज्जत
हौज़ा/हज़रत इमामे ज़माना अ.त.फ.श. ने एक रिवायत में लोगों पर अपनी अंतिम हुज्जत को समाप्त किया हैं।
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:दिन की हदीस
हज़रत इमामे ज़माना अलैहिस्सलाम की सीरत
हौज़ा/हज़रत इमाम जाफर सादिक अलैहिस्सलाम ने एक रिवायत में हज़रत इमामे ज़माना अलैहिस्सलाम की सीरत कि ओर इशारा किया हैं।
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हज़रत इमामे ज़माना अलैहिस्सलाम के जन्मदिन के अवसर पर जमीअतुल उलमा इसना अशरीय करगिल में जश्न का आयोजन/फोंटों
हौज़ा/ हज़रत इमाम मेंहदी अलैहिस्सलाम के जन्मदिन के अवसर पर अंजुमन ए जमीअतुल उलमा इसना अशरीय करगिल में एक महफिल का आयोजन किया गया जिसमें बड़ी संख्या में लोगों ने भाग लिया,
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:दिन की हदीस
हज़रत इमाम जाफ़र सादिक़ अलैहिस्सलाम की नज़र में नौरोज़ की खुसूसियत
हौज़ा/हज़रत इमाम जाफ़र सादिक़ अलैहिस्सलाम ने एक रिवायत में नवरोज़ की खुसूसियत की ओर इशारा किया हैं।
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हज़रत इमामें ज़माना अ.स. को भी वैसे ही मददगार और साथियों की ज़रूरत है जैसे इमाम हुसैन अ.स. के थे, सुश्री फायेज़ा फतेमा
हौज़ा/जिस तरह से बीबी फातेमा ज़हेरा ने कयाम किया और वह इमामत की रक्षा के लिए खड़ी होने वाली पहली व्यक्ति थीं, हमें भी उनके नक्शेकदम पर चलते हुए, इमामें वक्त की रक्षा के लिए हमेशा तैयार रहना चाहिए
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मदरसा इमाम रज़ा (अ.स.) हैदराबाद ने गुस्ताख़, मौलवी शकील अहमद की कड़ी शब्दो मे निंदा की
हौज़ा / कुछ दुष्ट तत्वों द्वारा शहर और देश का माहौल खराब करने के षडयंत्र रचे जा रहे हैं, चाहे वह शकील अहमद की शक्ल मे हो जिसने इमामे ज़माना (अ.त.फ.श.) के संबंध मे जिन अभद्र शब्दों का इस्तेमाल किया और मज़हबे शिया इसना अश्री पर निराधार तोहमत लगा कर अपराध किया है । या चाहे धर्मत्यागी वसीम रिज़वी हो यह एक अक्षम्य अपराध है।
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:दिन की हदीस
हज़रत इमामे ज़माना अलैहिस्सलाम का मुकाम और मर्तबा
हौज़ा/ हज़रत इमाम जाफर सादिक अलैहिस्सलाम ने एक रिवायत में हज़रत इमामे ज़माना अलैहिस्सलाम का मुकाम और मर्तबा की ओर इशारा किए हैं।
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अगर आज फिलिस्तीन को नजरअंदाज किया जाता है, तो कल सभी मुस्लिम जमीनों पर कब्जा कर लिया जाएगा: अल्लामा शब्बीर मीसमी
हौज़ा / इमामे जुमा मस्जिद बाकियातुल्लाह कराची ने अपने जुमा के खुतबे में कहा कि इस्लामिक उम्माह और इमाम का समर्थन हमारे लिए है, अन्यथा आज सीरिया और इराक के आधे से ज्यादा लोग आईएसआईएस के हाथों में होंता। और इस्राईल दाइश को खत्म करके खुद आगे आ जाता।
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अस्रे ग़ैबत मे दुआ-ए अहद इमाम जमाना (अ.त.फ.श.) से बेहतरीन राबता, मौलाना मुहम्मद मेराज खान रान्नवी
हौज़ा / हर बंदे मोमिन को हर हाल मे अपने इमाम से जुड़ा रहना चाहिए, इमाम ज़मान (अ.त.फ.श.) के साथ संचार के साधन हैं, लेकिन अस्रे गैबत मे सबसे महत्वपूर्ण साधन 'दुआ-ए अहद ' है।