हौज़ा / इतिहासकारों ने लिखा है कि इमाम हसन असकरी अ.स. की शहादत के बाद लोग 14 या 15 फ़िर्क़ों में बंट गए, कुछ इतिहासकारों के अनुसार 20 फ़िर्क़ों में बंट जाने तक का ज़िक्र मौजूद है।
हौज़ा / हज़रत इमाम हसन अलैहिस्सलाम ने एक रिवायत में कुरआन मजीद के मुतालिक नसीहत फरमाई हैं।