۲ آذر ۱۴۰۳
|۲۰ جمادیالاول ۱۴۴۶
|
Nov 22, 2024
उम्मीद का मरकज़
Total: 1
-
इमाम मेंहदी अलैहिस्सलाम के ज़ाहिर होने का अक़ीदा, उम्मीद का मरकज़
हौज़ा/इंसान कभी भी मायूस नहीं होता, जो इमाम मेंहदी अलैहिस्सलाम के ज़हूर का अक़ीदा रखता है। क्यों? इसलिए कि वह जानता है कि कोई है जो उसको किसी ना किसी दिन इंसाफ दिलाएगा