हौज़ा/ मौलाना डॉ. सैयद कल्बे सादिक नक़वी कोई एक इंसान नहीं, बल्कि एक पूरा दौर थे; अहदे बेदारी, ज्ञान का दौर, किरदार का दौर और प्यार का दौर, वे एक सुधारक, एक टीचर, एक उपदेशक, एक कानून के जानकार…