۱۰ مهر ۱۴۰۳
|۲۷ ربیعالاول ۱۴۴۶
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Oct 1, 2024
काले करतूत
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फ़लक छौलसीः
इमाम हुसैन (अ.स.) ने बैअत क्यों नहीं की?
हौज़ा / इमाम हुसैन (अ.स.) द्वारा यज़ीद की बैअत करने का अर्थ था कि यज़ीद के सभी काले करतूतो पर पर्दा डाल दिया जाए। अगर इमाम हुसैन ने बैअत कर ली होती, तो कोई भी मुसलमान यज़ीद पर उंगली उठाने की हिम्मत नहीं करता क्योंकि जब इमाम वक़्त ने बैअत कर ली, तो क्या है लोगों का विरोध करने का अधिकार इमाम हुसैन यज़ीद की बैअत करके उसके काले करतूनतो का समर्थन नहीं करना चाहते थे। यही कारण था कि इमाम हुसैन ने बैअत करने से इनकार कर दिया।