कुरआन की तिलावत
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क़ुरआन की तिलावत की फ़ज़ीलत और उसका सवाब
हौज़ा/क़ुरआन अल्लाह की तरफ़ से अपने बंदों के लिए एक अहद और मीसाक़ है, मुसलमान को चाहिए कि वह अपना अहद नामा ध्यान से पढ़े और रोज़ाना पचास आयतों की तिलावत करे।उसके बाद आपने फ़रमाया क़ुरआन की तिलावत ज़रूर किया करो (इसलिए कि) क़ुरआन की आयतों के मुताबिक़ जन्नत के दर्जे होंगे, जब क़यामत का दिन होगा तो क़ुरआन पढ़ने वाले से कहा जाएगा क़ुरआन पढ़ते जाओ और अपने दरजात बुलंद करते जाओ, फिर वह जैसे जैसे आयतों की तिलावत करेगा उसके दरजात बुलंद होते चले जाएंगे।
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इस्लामी कैलेंडरः
20 मुहर्रम 1445 - 7 अगस्त 2023
हौज़ा / इस्लामी कैलेंडरः 20 मुहर्रम 1445 - 7 अगस्त 2023
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कार्यालय, तदफीन कमेंटी द्वारा जामा मस्जिद में तरवीजे कुरआन कार्यक्रम का आयोजन
हौज़ा/कार्यालय,तदफीन कमेटी द्वारा तहसीनगंज स्थित जामा मस्जिद में तरवीजे कुरआन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य लोगों में ज़्यादा से ज़्यादा कुरआन की तिलावत को राएज करना था।
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मकामे हज़रत इमाम मेंहदी अ.स.में खत्म कुरआन कि पुरनूर महफिल का आयोजन/फोंटों
हौज़ा/रौज़ाये हज़रत अब्बास अलैहिस्सलाम के केंद्रीय कार्यालय कुरआन से हिफज़ यूनिट की ओर से मकामे इमाम मेंहदी अलैहिस्सलाम की मदद से रमज़ानुल मुबारक के दौरान खत्म कुरआन कि पुरनूर महफिल का आयोजन किया गया हैं।
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:इस्लामी क्रांति के सुप्रीम लीडर आयतुल्लाहिल उज़मा सैय्यद अली ख़ामेनेई
रमज़ानुल मुबारक के आग़ाज़ पर तिलावते क़ुरआन का रूहानी प्रोग्राम/फोटों
हौज़ा/ रमजानुल मुबारक के पवित्र महीने में तिलावते क़ुरआन का रूहानी प्रोग्राम इस्लामी क्रांति के सुप्रीम लीडर आयतुल्लाहिल उज़मा सैय्यद अली ख़ामेनेई क़ुरआन से उन्सियत की महफ़िल शिरकत की
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जामिया इमामिया तंज़ीमुल मकातिब में जलसा ए सीरत का आयोजन
इमाम हुसैन (अ.स.) के बिना धर्म की अवधारणा संभव नहीं है ः मौलाना सैयद फैज अब्बास
हौज़ा / अगर सरकारे सैय्दुश्शोहदा के बिना धर्म की अवधारणा करे तो हमे कुछ नहीं मिलेगा। 28 रजब से 2 मोहर्रम तक की इमाम हुसैन (अ. स.) की यात्रा जिसे हम मसाइब में सुनते और कल्पना करते हैं, लेकिन अगर हम मसाइब के साथ साथ फज़ाइल और हिदात के दृष्टिकोण से इस पूरी यात्रा को देखे और अमल करे तो हमारा जीवन धन्य हो जाता है।
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इमाम हुसैन (अ.स.) के कटे सर का नोके नेज़ा पर कुरान की तिलावत
इमाम हुसैन (अ.स.) के सरे मुबारक से तिलावते कुरआने मज़ीद का वाक़ेआ