हौज़ा/कुरआन की एक से बढ़कर एक कैलिग्राफी देखने को मिली, मगर एक अनोखी कैलीग्राफी देखने को मिली इसकी जितनी प्रशंसा की जाए कम हैं,बकरी की सूखी खाल पर कुरआन के 30 पारे लिखकर एक रिकॉर्ड कायम किए गए…