۱۳ تیر ۱۴۰۳ |۲۶ ذیحجهٔ ۱۴۴۵ | Jul 3, 2024

ख़ुज़िस्तान

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  • रमज़ान की पवित्रता की रक्षा करना खुदा का सम्मान करना हैः आयतुल्लाह शफ़ीई

    रमज़ान की पवित्रता की रक्षा करना खुदा का सम्मान करना हैः आयतुल्लाह शफ़ीई

    हौज़ा / आयतुल्लाह शफ़ीई ने रोजे़ की अहमियत जानने पर जोर दिया और कहा कि रमज़ान की पवित्रता का सम्मान किया जाना चाहिए, क्योंकि यह सम्मान अल्लाह तआला का सम्मान है।

  • तक़वे के बिना ज्ञान अंधकार है, आयतुल्लाह मूसवी जज़ायरी

    तक़वे के बिना ज्ञान अंधकार है, आयतुल्लाह मूसवी जज़ायरी

    हौज़ा /आयतुल्लाह मूसवी जज़ायरी ने अहवाज में अल-ग़दीर सेमिनरी के शिक्षकों और छात्रों के साथ बातचीत के दौरान कहा: एक छात्र को अध्ययन के साथ-साथ धार्मिक भी होना चाहिए क्योंकि तक़वे के बिना ज्ञान अंधकार है और यह किसी काम का नहीं है।

  • अच्छा व्यवहार और सौभाग्य सफल जीवन का संकेत हैं।

    अच्छा व्यवहार और सौभाग्य सफल जीवन का संकेत हैं।

    हौज़ा / खुज़िस्तान प्रांत में सर्वोच्च नेता के प्रतिनिधि ने कहा परिवार में सफल जिंदगी के लिए आमतौर पर यह ख्याल किया जाता है कि शायद दुनिया में ज़्यादा माल दौलत हो तो जीवन सुख और शांति के साथ गुज़रेगा,लेकिन यह स्पष्ट है कि अनेक मामलों में लोक कल्याण और सुख-सुविधाओं का अभाव है, लेकिन शांति नहीं है।

  • राष्ट्रपति का ख़ूज़िस्तान दौरा, सरकार की जनता के प्रति हमदर्द होने की झलक

    राष्ट्रपति का ख़ूज़िस्तान दौरा, सरकार की जनता के प्रति हमदर्द होने की झलक

    हौज़ा / इस्लामी सरकार और इस्लामी गणराज्य ‎की बुनियाद न्याय और बराबरी पर है। मेरे ख़्याल में आप जो भी क़ानून पास करते हैं, ‎सरकार जो भी बिल मंज़ूर करती है उसकी बुनियाद न्याय व इंसाफ होना चाहिए, इस ‎बात का ख़्याल रखिए कि इस हुक्म से इंसाफ़ को चोट न पहुंचे और पीड़ित तबक़े का ‎दमन न हो। अमरीका की ‎विदेश नीति की व्याख्या करते हुए अफ़ग़ानिस्तान के मामले की तरफ़ इशारा किया ‎और कहा कि अमरीका की विदेश नीति के पर्दे के पीछे एक ख़ूंख़ार भेड़िया है जो कभी ‎कभी मक्कार लोमड़ी की शक्ल बना लेता है, जिसका नमूना अफ़ग़ानिस्तान के आज के ‎हालात हैं। ‎

  • ख़ूज़िस्तान की जनता की समस्याएं फ़ौरन हल की जाएं, आयतुल्लाह ख़ामेनई

    ख़ूज़िस्तान की जनता की समस्याएं फ़ौरन हल की जाएं, आयतुल्लाह ख़ामेनई

    हौज़ा / आयतुल्लाहिल उज़्मा ख़ामेनई ने अहवाज़ की जनता के शिकवे को जायज़ बताया और उन अनुशंसाओं का ज़िक्र किया जो ख़ूज़िस्तान की पानी और ड्रेनेज समस्या के बारे में की गयी थीं। सुप्रीम लीडर ने कहाः “अगर उन अनुशंसाओं पर ध्यान दिया गया होता तो निश्चित रूप से आज ये मुश्किलें पेश न आतीं।” उन्होंने कहाः “पानी की मुश्किल कोई छोटी मुश्किल नहीं है, वह भी ख़ूज़िस्तान के ऐसे मौसम में, वह भी ख़ूज़िस्तान की जनता के लिए। ख़ूज़िस्तान की जनता बहुत ही वफ़ादार है।”

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