۱۱ تیر ۱۴۰۳
|۲۴ ذیحجهٔ ۱۴۴۵
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Jul 1, 2024
गुण
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मासूमा ए क़ुम की दरगाह मे हजरत मौहम्म्द (स.अ.व.व.) की पुत्रि की शहादत के अवसर पर शोक सभा
हौज़ा / शोक समारोह को संबोधित करते हुए, पाकिस्तान के प्रसिद्ध वक्ता हुज्जतुल इस्लाम वल मुस्लेमीन सैयद शहंशाह नकवी साहिब ने हज़रत फातिमा ज़हरा (स.अ.) के जीवन के विभिन्न बिंदुओ के साथ-साथ हजरत जहरा (स.अ.) के स्थान और गुणो का वर्णन किया।
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जामिया इमामिया तंज़ीमुल मकातिब में जलसा ए सीरत का आयोजन:
शहज़ादी फातिमा ज़हरा (स) का इससे बड़ा गुण क्या हो सकता है कि रसूल (स.अ.व.व.) जैसा पिता उन्हें अपनी माँ कहेः मौलाना मंज़र अली आरफ़ी
हौज़ा / जामिया इमामिया के एक शिक्षक मौलाना मंजर अली आफी ने पवित्र पैगंबर (स.अ.व.व.) की हदीस "फातिमा उम्मे अबीहा (अपने पिता की माँ)" के आलोक में कहा कि एक बेटी के लिए इससे बड़ा गुण क्या हो सकता है कि उसका पिता उसे अपनी माँ कहे वो भी रसूले अकरम जैसा पिता जो रहमुल लिल आलामीन है।
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दिन की हदीसः
महिलाओं के पांच बेहतरीन गुण
हौज़ा / इमाम रज़ा (अ.स.) ने एक रिवायत में अमीरुल मोमेनीन (अ.स.) से सुनाए गए महिलाओं के पांच सबसे अच्छे गुणों की ओर इशारा किया है।