हौज़ा / हज़रत इमाम महदी अलैहिस्सलाम के वुजूद, ग़ैबत, तूले उम्र और आपके ज़हूर के बाद तमाम अदयान के एक हो जाने से मुताअल्लिक़ 94 आयतें क़ुरआने मजीद में मौजूद हैं। जिनमें से अकसर को दोनों फ़रीक़…
हौज़ा/ इस्लामी इतिहास के आलोक में, प्रत्येक इमाम का जीवन एक नया अध्याय है। कभी यह अध्याय जिहाद और साहस का दर्पण होता है, कभी ज्ञान और बुद्धि का स्रोत, तो कभी धैर्य और मौन की आड़ में महान दिव्य…
हौज़ा / इमाम महदी (अलैहिस्सलाम) से लोगों का मिलना निश्चित है। वहीं, जो लोग ग़ैबत क़ुबरा के दौरान खुद को इमाम के खास प्रतिनिधि या दूत बताते हैं और उनके और लोगों के बीच मध्यस्थता का दावा करते हैं,…