हौज़ा | आयात-ए-एज़ाम इमाम, बहजत, साफ़ी और नूरी: नहीं, अगर महिलाएं पुरुषों से आगे रहें तो कोई समस्या नहीं है; लेकिन पुरुषों से पीछे रहना ही बेहतर है।
हौज़ा/सुप्रीम लीडर ने कहां,शौहर के लिए कुछ अधिकार हैं, बीवी के लिए भी कुछ अधिकार हैं। ज़िन्दगी के शिष्टाचार और तरीक़े हैं (इस्लाम ने) शादी के लिए एक तरीक़ा और शैली तय की है, बुनियाद यह है कि…