हौज़ा / हज़रत ज़ैनब कुबरा (स) ने अपनी ख़ालिस इबादत, इफ़्फ़त, इल्म और बे-नज़ीर शुजाअत के ज़रिए एक मोमिना औरत की मुकम्मल और दरख़्शां तस्वीर पेश की।