जन्नत उल बकीअ (10)
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जन्नत-उल-बकीअ: तारीख, ह़क़ीक़त और दस्तावेज किताब का अनावरण समारोहः
भारतजन्नत-उल-बक़ीअ से हमारा अकीदत भरा रिश्ता है और यह मुद्दा किसी एक संप्रदाय से जुड़ा नहीं हैः मुक़र्रेरीन
हौज़ा/ जन्नत-उल-बक़ीअ दरगाहों के ध्वस्त होने के 100 साल पूरे होने पर मौलाना जलाल हैदर नकवी की पुस्तक जन्नत-उल-बकी: तारीख, हक़ीक़त और दस्तावेज का अनावरण समारोह बाब-उल-इल्म ओखला, नई दिल्ली में…
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भारतसभी मुसलमानों को एकजुट होकर जन्नतुल बक़ी के पुनः निर्माण के लिए आवाज़ उठानी चाहिए: मौलाना कल्बे जवाद नक़वी
हौज़ा / जन्नतुल बक़ीअ के विध्वंस के 102 साल पूरे होने पर मजलिस-ए-उलमा-ए-हिंद का विरोध प्रदर्शन, पवित्र मज़ारों के पुनः निर्माण की मांग की
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भारतजब तक रौज़ा नहीं बन जाता, हम चैन से अपने घरों में नहीं बैठेंगे: मौलाना असलम रिजवी
हौज़ा/शिया उलेमा बोर्ड महाराष्ट्र, अल-बकी ऑर्गनाइज़ेशन शिकागो और मुंब्रा शिया इतना अशरी वेलफ़ेयर एंड एजुकेशनल सोसाइटी की ओर से मौलाना असलम रिज़वी के नेतृत्व में मुंब्रा (मुंबई), महाराष्ट्र में…
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दुनिया8 शव्वाल 1926, इस्लाम के इतिहास का सबसे काला दिन, अल्लामा डोमकी
हौज़ा/ 8 शव्वाल को, आले सऊद के घराने ने बहुदेववाद का फतवा जारी करके पैगंबर मुहम्मद (स), बीबी फातिमा ज़हरा, जन्नत के सरदार इमाम हसन मुजतबा और पैगंबर के परिवार की दरगाह जन्नत उल-बक़ीअ को शहीद कर…
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धार्मिकजन्नत उल-बक़ीअ और इस्लामी दुनिया
हौज़ा / अगर किसी राष्ट्र या लोगों के निशान मिट जाएं तो उन्हें मृत मान लिया जाता है। इस्लाम का दुश्मन इन अवशेषों को मिटाकर मुस्लिम उम्माह को मरा हुआ समझ रहा है, लेकिन यह उसकी भूल है। मुसलमान जिंदा…