۴ آذر ۱۴۰۳
|۲۲ جمادیالاول ۱۴۴۶
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Nov 24, 2024
जलाली
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क़सीदा
ख़ाना ए काबा ज़चा ख़ाना नही इसरार क्यो?
हौज़ा / मौला ए मुत्तक़यान हज़रत अमीरुल मोमेनीन (अ) के जन्म दिन के शुभ अवसर पर अपने प्रिय पाठको की सेवा मे बधाई देते है। इस महान अवसर पर अहले-बैत (अ) के कवि अस्करी इमाम ख़ान जौनपुरी का कसीदा प्रस्तुत कर रहे है।
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रमजान के पवित्र महीने में सबसे अच्छा अमल गुनाहो से बचना है, हुज्जतुल-इस्लाम वल मुस्लेमीन जलाली
हौज़ा / हुज्जतुल इस्लाम वल मुस्लेमीन जलाली ने कहा: पवित्र पैगंबर (स.अ.व.व.) ने फ़रमाया: रमजान के पवित्र महीने में सबसे अच्छा अमल गुनाहो से बचना है। हमें खाने-पीने के अलावा अपनी आंखों, कानों, जीभ, अंगों को ईश्वर की अवज्ञा से दूर रखना चाहिए।