ज़िंदगी में इम्तेहान (1)

  • ख़ुद को कैसे बदलें?

    दरस ए अख़्लाक़

    धार्मिकख़ुद को कैसे बदलें?

    हौज़ा/ज़िंदगी में इम्तेहान आपको मज़बूत बनाने के लिए आते हैं इसलिए उसका डट कर सामना कीजिए अपने आप को यक़ीन दिलाइए कि मेरा अल्लाह मेरा रब मुझसे इतनी मोहब्बत करता है बेशक वह मुझे इम्तेहान में डालकर…