۱ آذر ۱۴۰۳
|۱۹ جمادیالاول ۱۴۴۶
|
Nov 21, 2024
जैनब-ए-कुबरा
Total: 4
-
हज़रत ज़ैनब (स.अ.) कर्बला को बाकी रखने वाली और इस्लाम की परोपकारी है, अल्लामा अशफ़ाक़ वहीदी
हौज़ा / हज़रत बीबी सैयदा ज़ैनब (स.अ.) कर्बला को बाकी रखने वाली और इस्लाम की परोपकारी है। दूसरी ज़हरा उसे कहा जाता है जो यज़ीदी घरों को हिला देने वाली हो। आज की महिलाओ मे जैनबी जज़्बा जागृत किया जाए, जिसे मासूम इमाम कह दे बीबी मुझे नमाजे शब (रात मे पढ़ी जाने वाली नमाज़) मे ना भूलना उस जनाबे ज़ैनब (स.अ.) कहा जाता है।
-
:दिन की हदीस
रसूले ख़ुदा (स.अ.व.व.) की ज़बान से हज़रत ज़ैनब (स.अ.) की फ़ज़ीलत
हौज़ा / रसूल अल्लाह (स.अ.व.व.) ने एक रिवायत में हज़रत ज़ैनब (स.अ.)की महानता की ओर इशारा किया है।
-
इमामत और विलायत की रक्षा करना ज़ैनब-ए- कुबरा (स.अ.) का विशेष और महत्वपूर्ण मिशन था, हुज्जतुल-इस्लाम अली रज़ा पनाहियान
हौज़ा / खतीबे हरम इमाम रज़ा (अ.स.) ने कहा कि विलायत और इमामत की रक्षा करना ज़ैनब-ए- कुबरा (स.अ.) का विशेष और महत्वपूर्ण मिशन था।
-
आयतुल्लाहिल उज़मा वहीद ख़ुरासानी की उपस्थिति में हज़रत ज़ैनब कुबरा (स.अ.) की शोक सभा
हौज़ा / हज़रत ज़ैनब कुबरा (स.अ.) की वफ़ात के अवसर पर, हज़रत आयतुल्लाहिल उज़मा वहीद ख़ुरासानी की मौजूदगी में उनके घर शोक सभा का आयोजन हुआ।