हौज़ा/हज़रत इमाम हुसैन अ.स. की इबादत-ओ-वस्सुल हरमे पैग़म्बर स.ल.व. में आपकी मानवी रियाज़त और सैरओ-सुलूक यह सब आपकी हयाते मुबारक का एक रुख़ है आपकी ज़िंदगी का दूसरा रुख़ ‘इल्मओ तालिमात-ए-इस्लामी…